भारत में साल 2025 का पहला Chandra Grahan 7-8 सितंबर को दिखाई देगा। यह ग्रहण रात 9:58 बजे से शुरू होकर 01:26 बजे तक चलेगा और इसकी कुल अवधि लगभग 3 घंटे 29 मिनट की होगी। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार ग्रहण का समय शुभ नहीं माना जाता, इसलिए इसे सूतक काल कहा जाता है। इस दौरान कुछ खास नियमों का पालन करना जरूरी होता है।
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Chandra Grahan 2025: भारत में समय (मुख्य शहरों के अनुसार
| शहर | चंद्र ग्रहण का समय |
| जयपुर | रात 9:58 से 01:26 तक |
| कोलकाता | रात 9:58 से 01:26 तक |
| चेन्नई | रात 9:58 से 01:26 तक |
| कानपुर | रात 9:58 से 01:26 तक |
| लखनऊ | रात 9:58 से 01:26 तक |
सूतक काल में क्या करें और क्या न करें
सूतक काल से पहले ज़रूर कर लें ये काम
- भोजन और जल में तुलसी या कुश डालें।
- पका हुआ भोजन ढककर रखें।
- ग्रहण से पहले ही सात्विक भोजन बना लें।
- स्नान कर लें और धार्मिक ग्रंथों का पाठ करें।
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सूतक काल में बचें इन कार्यों से
- भोजन करने से बचें।
- सोना, झगड़ा करना और नकारात्मक विचार लाना अशुभ माना जाता है।
- धार्मिक कार्यों और भगवान की मूर्ति को छूना वर्जित है।
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गर्भवती महिलाओं के लिए चंद्र ग्रहण के नियम
क्या न करें
- ग्रहण के दौरान घर से बाहर न निकलें।
- तेज़ या नुकीली वस्तुओं का उपयोग न करें।
- धातु के आभूषण न पहनें।
- ग्रहण के समय न सोएं।
क्या करें
- दरवाज़े और खिड़कियां ढक दें।
- मंत्र जाप और ध्यान करें।
- ग्रहण से पहले और बाद में स्नान करें।
- धार्मिक ग्रंथों का पाठ करें।
गर्भवती महिलाएं क्या खा सकती हैं?
ग्रहण काल में भोजन वर्जित होता है, लेकिन गर्भवती महिलाएं स्वास्थ्य कारणों से ताजे फल, सात्विक भोजन और आवश्यक दवाइयां ले सकती हैं। पहले से बना हुआ भोजन ग्रहण से पहले हटा दें और ग्रहण खत्म होने के बाद ताजा भोजन बनाएं।
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Chandra Grahan 2025: वे मंदिर जो खुले रहते हैं
सामान्यतः ग्रहण के समय मंदिरों के कपाट बंद कर दिए जाते हैं, लेकिन भारत में कुछ विशेष मंदिर ऐसे हैं जो ग्रहण काल में भी खुले रहते हैं—
महाकालेश्वर मंदिर, उज्जैन – यहां पूजा और आरती का समय बदलता है, लेकिन कपाट बंद नहीं होते।
लक्ष्मीनाथ मंदिर, बीकानेर – मान्यता है कि भगवान ने ग्रहण के दौरान भोजन की इच्छा जताई थी, तब से मंदिर खुला रहता है।
श्रीकृष्ण मंदिर, थिरुवरप्पु, केरल – परंपरा है कि यहां ग्रहण के समय कपाट बंद नहीं होते क्योंकि माना जाता है कि श्रीकृष्ण भूख सहन नहीं कर पाते।
विष्णुपाद मंदिर, गया जी – पिंडदान और पूजा के लिए यह समय शुभ माना जाता है, इसलिए ग्रहण के दौरान भी मंदिर खुले रहते हैं।
मंदिरों के कपाट ग्रहण के समय क्यों बंद किए जाते हैं?
हिंदू मान्यता के अनुसार, ग्रहण काल को अशुद्ध समय माना जाता है। इस दौरान राहु और केतु जैसे छाया ग्रहों का प्रभाव बढ़ जाता है, जिससे नकारात्मक ऊर्जा सक्रिय होती है। मंदिरों को इन ऊर्जाओं से बचाने के लिए ग्रहण के दौरान कपाट बंद कर दिए जाते हैं।
ग्रहण समाप्त होने के बाद मंदिरों में शुद्धिकरण, मंत्रोच्चार और स्नान करके ही पूजा-अर्चना दोबारा शुरू की जाती है।
राशि अनुसार प्रभाव: किसे मिलेगा लाभ, किसकी बढ़ेंगी मुश्किलें?
कुछ राशि वालों के लिए यह ग्रहण शुभ परिणाम लेकर आएगा, उन्हें धन लाभ और सफलता मिलेगी।
जबकि कुछ राशियों को सावधान रहने की आवश्यकता है क्योंकि यह समय मानसिक तनाव और स्वास्थ्य संबंधी चुनौतियां दे सकता है।
निष्कर्ष: Chandra Grahan 2025
Chandra Grahan 2025 सिर्फ खगोलीय घटना नहीं बल्कि हिंदू धार्मिक मान्यताओं से जुड़ा एक विशेष समय है। इस दिन सूतक काल के नियमों का पालन, गर्भवती महिलाओं के लिए सावधानियां, और धार्मिक आचार-विचार पर ध्यान देना जरूरी है। साथ ही, इस अवसर को आध्यात्मिक साधना और मंत्र जाप से भी शुभ बनाया जा सकता है।
Chandra Grahan 2025- अक्सर कुछ पूछे जाने वाले सवाल
प्रश्न: क्या Chandra Grahan के दौरान पृथ्वी पर कोई प्रभाव पड़ता है?
उत्तर: वैज्ञानिक रूप से Chandra Grahan का पृथ्वी पर कोई भौतिक प्रभाव नहीं होता, लेकिन इसके धार्मिक और सांस्कृतिक प्रभाव बहुत महत्वपूर्ण होते हैं।
प्रश्न: क्या Chandra Grahan का रोजा रखना आवश्यक है?
उत्तर: भारत के कई सांस्कृतिक और धार्मिक समुदायों में ग्रहण के दौरान उपवास रखना शुभ माना जाता है, लेकिन यह व्यक्तिगत आस्था पर निर्भर करता है।
प्रश्न: क्या Chandra Grahan के दौरान कोई रोग या नुकसान हो सकता है?
उत्तर: चंद्रग्रहण सामने देखना स्वास्थ्य के लिए हानिकारक नहीं है, लेकिन अत्यधिक ठंड या अधियाचन के कारण स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं, इसलिए सावधानी बरतनी चाहिए।
प्रश्न: खोले आसमान में Chandra Grahan कब देखने का सही समय है?
उत्तर: चंद्रग्रहण के दौरान जो समय छाया सबसे ज्यादा गहराई में होती है, वही सबसे आदर्श होता है। 28 सितंबर 2025 को रात के 8 बजे से ग्रहण का आगाज़ होगा और लगभग 10 बजे तक चंद्रग्रहण पूर्ण होगा।
प्रश्न: क्या Chandra Grahan की फोटो लेना मुश्किल है?
उत्तर: थोड़ी तैयारी और सही उपकरण के साथ चंद्रग्रहण की फोटो लेना संभव है। मोबाइल कैमरा से भी अच्छे शॉट मिल सकते हैं यदि आप स्थिर हाथ या ट्राइपॉड का उपयोग करें।