Lakshmi Puja 2025: इस साल 20 और 21 दोनों दिन है पूजा का शुभ समय, देखें अपने शहर का मुहूर्त

Laxmi Puja हिंदू धर्म का एक अत्यंत महत्वपूर्ण पर्व है, जो दिवाली महोत्सव का अनिवार्य हिस्सा माना जाता है। इस दिन मां लक्ष्मी, जो धन, समृद्धि और सौभाग्य की देवी हैं, इनका विधिपूर्वक पूजा किया जाता है। लक्ष्मी पूजा न केवल आर्थिक समृद्धि का प्रतीक है, बल्कि यह आध्यात्मिक शुद्धता, और सकारात्मक ऊर्जा के आगमन की भी खुशखबरी लेकर आती है।

घर की साफ-सफाई, घर सजावट और दीपों की रोशनी के बीच यह पूजा हमें सुनहरी उम्मीदों और खुशहाली का एक संदेश देती है। यह Laxmi Puja हमें यह भी सिखाती है कि धन-संपदा के साथ विवेक, संयम और साझा करने का भाव भी अनिवार्य है, तभी जीवन में स्थायी समृद्धि आती है। इस ब्लॉग में हम 2025 में होने वाली Laxmi Puja 2025 का शुभ मुहूर्त, पूजा विधि, मंत्र और इसके गहन महत्व के बारे में विस्तार से जानेंगे।

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Laxmi Puja 2025: शुभ मुहूर्त

इस वर्ष Laxmi Puja 20 अक्टूबर 2025 (सोमवार) को मनाई जाएगी, जो दिवाली के मुख्य त्योहार का हिस्सा है। इस दिन का शुभ मुहूर्त शाम 7:08 बजे से 8:18 बजे तक है। यह समय प्रदोष काल के अंतर्गत आता है, जब माता लक्ष्मी का आगमन माना जाता है। भारत के प्रमुख शहरों जैसे दिल्ली, मुंबई, चेन्नई, बेंगलुरु, हैदराबाद आदि में यह शुभ समय थोड़ा वीभिन्न है, लेकिन आमतौर पर शाम 7 बजे से 8 बजे तक पूजा करना सर्वोत्तम माना गया

हालाँकि 21 अक्टूबर को भी कुछ क्षेत्रों में पूजा का मुहूर्त रहता है, लेकिन अधिकतर उत्तर भारत में 20 अक्टूबर को ही पूजा श्रेष्ठ मानी जाती है।

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लक्ष्मी पूजा का महत्व

माता लक्ष्मी को धन, वैभव, और समृद्धि की देवी माना जाता है। दीपावली के इस खास दिन Laxmi Puja करने से घर में सुख-समृद्धि बनी रहती है और अंधकार से प्रकाश की प्राप्ति होती है। ऐसा मानते है कि श्रद्धा और शुद्ध हृदय से पूजा करने पर मां लक्ष्मी अपने भक्तों के घर में निवास करती हैं और आशीर्वाद देती हैं। दीपों की रोशनी अंधकार मिटाती है और सकारात्मक ऊर्जा का संचार करती है।

लक्ष्मी पूजा की विधि

  • घर की सफाई और सजावट करें, खासकर पूजा स्थल को फूलों और रंगोली से सजाएं।
  • मां लक्ष्मी और भगवान गणेश की मूर्ति या चित्र स्थापित करें।
  • पूजा में हल्दी, सिंदूर, अक्षत (चावल), दीपक, फूल, लाल और पीले रंग के वस्त्र, मिठाई, हलवा-पूरी आदि अर्पित करें।
  • पूजा के दौरान लक्ष्मी पूजन मंत्र का जाप करें। पूजा के बाद भोग लगाएं और दीप जलाएं।

लक्ष्मी पूजन मंत्र

सबसे प्रसिद्ध मंत्र है:

“ॐ महालक्ष्म्यै च विद्महे विष्णुपत्न्यै च धीमहि।

तन्नो लक्ष्मी: प्रचोदयात्॥”

इस मंत्र का जाप श्रद्धा और भक्ति भाव से करें।

शहरवार शुभ मुहूर्त (मुख्य शहर)

शहर लक्ष्मी पूजा शुभ मुहूर्त
दिल्ली 07:08 से 08:18 बजे (20 अक्टूबर)
मुंबई 07:41 से 08:41 बजे (20 अक्टूबर)
चेन्नई 07:20 से 08:14 बजे (20 अक्टूबर)
बेंगलुरु 07:31 से 08:25 बजे (20 अक्टूबर)
कोलकाता 05:06 से 05:54 बजे (21 अक्टूबर)
हैदराबाद 07:21 से 08:19 बजे (20 अक्टूबर)

सांस्कृतिक और आध्यात्मिक महत्व

Laxmi Puja का सांस्कृतिक और आध्यात्मिक महत्व गहरा है। यह पूजा धन, समृद्धि और सुख-शांति की देवी मां लक्ष्मी की आराधना का पर्व है, जो अंधकार से प्रकाश की ओर मानव जीवन की यात्रा का प्रतीक माना जाता है। दिवाली के दौरान लक्ष्मी पूजा प्रदोष काल (सूर्यास्त के बाद लगभग दो घंटे) में किया जाता है, जिसे अत्यंत शुभ और फलदायी समय माना जाता है क्योंकि इस दौरान वातावरण में दिव्य ऊर्जा का प्रवाह अधिक होता है।

धार्मिक कथा के अनुसार, मां लक्ष्मी ने भगवान विष्णु से पुत्र पाने की इच्छा जताई थी, तब गणेश जी कुछ समय के लिए उनकी संगति में रहे। इससे प्रसन्न होकर लक्ष्मी जी ने वरदान दिया कि जहां

Laxmi Puja के दौरान मां लक्ष्मी के साथ भगवान गणेश की भी उपासना की जाती है, जो बुद्धि, विवेक और सफलता के देवता हैं। इस संयोजन से यह संदेश मिलता है कि धन तो आवश्यक है, लेकिन धन के साथ विवेक और समझ भी होनी चाहिए तभी समृद्धि स्थायी होती है।

उनकी पूजा होगी, वहां गणेश जी की पूजा भी अनिवार्य होगी। यशस्वी और समृद्ध जीवन के लिए यह पूजा न केवल धार्मिक अनुष्ठान है, बल्कि यह जीवन में संतुलन, संयम और सकारात्मकता का संदेश भी देती है। लक्ष्मी पूजा हमें सिखाती है कि धन तभी शुभ है जब उसे धर्म और विवेक के साथ अर्जित किया जाए तथा करुणा से बांटा जाए। यही पूजा का सामाजिक और आध्यात्मिक फल है, जो जीवन में खुशहाली और सामंजस्य लाता है।

निष्कर्ष

Laxmi Puja 2025 में विधिपूर्वक और सही मुहूर्त में करने से घर में धन-संपदा और सुख-शांति बनी रहती है। पूजा में श्रद्धा और शुद्ध मन से मां लक्ष्मी का आह्वान करना चाहिए ताकि उनका आशीर्वाद सदैव बना रहे। यह पूजा दीपावली के पांच दिवसीय पर्व की सबसे महत्वपूर्ण कड़ी है, जो जीवन में खुशहाली और समृद्धि लाती है।

इस प्रकार आप अपने घर और परिवार के लिए इस दिवाली Laxmi Puja का आयोजन कर सकते हैं और मां लक्ष्मी की कृपा प्राप्त कर सकते हैं।

Disclaimer:

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